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पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा को एएमयू में जाने की नहीं मिली इजाजत, बोले- ये देश गोडसे को कभी स्वीकार नहीं करेगा


अलीगढ़. मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया से गांधी शांति यात्रा पर निकले पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा बुधवार को अलीगढ़ पहुंचे। वे अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय जाकर सीएए के विरोध में धरने पर बैठे छात्रों से मिलना चाहते थे, लेकिन प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी। सिन्हा ने कहा- यह गांधी का देश है। सत्य, अहिंसा और शांति के रास्ते पर देश चलेगा। अगर कोई भी यह सोचता है कि झूठ और हिंसा के बल पर वह देश में शासन कर लेगा तो गलत सोचता है। गोडसे को देश कभी स्वीकार नहीं करेगा।

अर्थव्यवस्था को रसातल में पहुंचा दिया
अटल बिहारी बाजपेयी सरकार में वित्त मंत्री रहेयशवंत सिन्हा ने कहा- सरकार ने नागरिकता संशोधन कानून पास कराने के बाद घोषणा की-पूरे देश में वह एनआरसी लागू करेंगे। उसको लेकर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। एक अशांति का माहौल बन गया है। दिल्ली हो चाहे उत्तर प्रदेश, विशेषकर यहां पर बहुत सरकारी हिंसा हुई है। इसलिए हम लोगों ने तय किया है कि देश में शांति की बहुत जरूरत है। गेटवे ऑफ इंडिया से 9 जनवरी को हम लोग यात्रा पर निकले और आज अलीगढ़ में आए हैं। इसका समापन कल राजघाट पर होगा।
सिन्हा ने कहा- अर्थव्यवस्था के हालात बहुत ही संगीन हैं। अर्थव्यवस्था को मोदी ने रसातल में पहुंचा दिया है। सरकार का खजाना बिल्कुल खाली है। राज्य सरकारों को देने के लिए कुछ भी नहीं है। इनकी आर्थिक नीतियां गलत हैं। नोटबंदी, जीएसटी लागू करना गलत कदम था। इन्हीं दो कारणों से अर्थव्यवस्था का ऐसा हाल है। दिल्ली में भाजपा हार रही है। इसका सबसे बड़ा कारण है भाजपा के नेताओं की भाषा। जब कोई बिल्कुल ही निराश हो जाता है तभी इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करता है। दिल्ली के चुनाव को भाजपा सांप्रदायिक रंग के आधार पर जीतना चाहती है। इसलिए उच्च पदों पर बैठे लोग इस तरह की बेतुके बयान दे रहे हैं।



पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा।


from Dainik Bhaskar 

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