उत्तर प्रदेश के संतकबीरनगर जिले में पिता-पुत्री के रिश्ते को दागदार करने वाला मामला सामने आया है। यहां 20 दिन पूर्व लॉकडाउन के बीच मुंबई से लौटे शख्स ने अपने दोस्त के साथ मिलकर अपनी तीन बेटियों को घाघरा नदी में फेंक दिया। उसके बाद ब्लेड से कपड़े फाड़कर घर पहुंचा और बेटियों के अपहरण की झूठी कहानी बना डाली। पत्नी ने पुलिस को बुला लिया। आरोपी पिता पुलिस को भी गुमराह करने लगा। उसकी हरकत पर शक होने के बाद पुलिस ने कड़ाई दिखाई तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने तीनों बच्चियों की तलाश नदी में कराई, लेकिनसफलता नहीं मिली है।
धनघटा थाना क्षेत्र के डिहवा गांव निवासी सरफराज पेशे से ट्रक ड्राइवर है। वह 20 दिन पहले मुंबई से अपने घर लौटा है। परिवार में पत्नी सादिरा खातून, मां मारिया खातून व बेटी शना (7), सबा (5) व शमा (2.5) गांव में रहती थीं। शनिवार रात तीनों बेटियों की तबियत खराब थी। इलाज कराने के बहाने सरफराज तीनों को लेकर दोस्त नीरज मौर्य के साथ घर से शनिचरा बाजार के लिए निकला। 0सरफराज डॉक्टर के पास नहीं गया। बल्कि रात में बिड़हरघाट पहुंचकर बेटियों को घाघरा नहीं में फेंक दिया। इसके बाद अकेले घर पहुंचा। उसके कपड़े फटे थे। पत्नी औरमां को उसने बच्चियों केअपहरण की झूठी कहानी बना दी।
पत्नी सादिरा ने पुलिस को जानकारी देकर मदद मांगी। पुलिस मौके पर पहुंची तो सरफराज उन्हें भी झूठी कहानी सुनाने लगा। जिस पर पुलिस को शक हुआ तो उसे हिरासत में ले लिया गया। उसका मेडिकल कराने के लिए पुलिस अस्पताल ले गई। जहां शरीर में कोई चोट नहीं मिले, सिर्फ शर्ट फटी थी। इस पर पुलिस का शक और गहरा हो गया। पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो सरफराज ने अपना जुर्म कबूल लिया।
गोताखोरों ने नदी में बच्चियों को तलाशा
स्थानीय गोताखोरों की मदद से पुलिस ने घाघरा में बच्चियों की तलाश कराई। पुलिस ने सरफराज व उसके दोस्त नीरज को गिरफ्तार कर लिया है। एएसपी असित श्रीवास्तव ने बताया कि, बच्चियों की तलाश की जा रही है। लेकिन अभी कुछ पता नहीं चला है। वहीं, मां का रो-रोकर बुरा हाल है।
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