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गैंगस्टर विकास दुबे ने 150 घंटे में 4 राज्य और 1250 किमी का सफर तय किया; 17 घंटे में 773 की दूरी तय कर कैसे पहुंचा उज्जैन?

कानपुर के बिकरू गांव में दो जुलाई की रात सीओ समेत आठ पुलिस वालों की हत्या करने के बाद फरार चल रहे पांच लाख के मोस्ट वांटेड विकास दुबे को गुरुवार सुबह उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर से पकड़ा गया है। वारदात के बाद वह घर के पीछे खड़ी बाइक से भागकरदो दिनों तक शिवली में ही दोस्त के घर ठहरा रहा। इस बीच यूपी एसटीएफ और 40 थानों की पुलिस उसका कोई सुराग नहीं लगा सकी।मौका पाकर विकास दुबे कानपुर से 92 किमी दूरी तय कर औरैया पहुंचा। जहां वह मौरंग लदे ट्रक में सवार हो गया था, ताकि उसका पुलिस से सामना न हो सके। उसके बाद वह 385 किमी की दूरी तय कर फरीदाबाद पहुंच गया। गुरुवार की दोपहर 3:19 बजे उसकी आखिरी लोकेशन फरीदाबाद थी। लेकिन 17घंटे के बाद आज सुबह 8:45 बजे विकासफरीदाबाद से 773 किमी दूर उज्जैन में पकड़ा गया। कानपुर से फरीदाबाद और उसके बाद उज्जैन तक उसने करीब 1250 किमी की दूरी तय की।

विकास दुबे के इस सफर में चार राज्य उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और मध्य प्रदेश आया। कई टोल प्लाजा भी पड़े, जहां विकास दुबे के पोस्टर भी चस्पा किए गए थे। लेकिन उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी। ऐसे में अब उसकी गिरफ्तारी पर सवाल उठने लगे हैं।

किसकी मदद से तय किया सफर?

गैंगस्टर विकास दुबे को आखिरी बारदिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर फरीदाबाद जिले के एक होटल मेंलोकेशन मिली थी। जहां पहचान पत्र के विवाद के बाद वह फरार हो गया। इसका एक सीसीटीवी सामने आया था, जिसमें एक ऑटो में बैठे शख्स ने उसे बिठाया था। इसके बाद अब वह उज्जैन में पकड़ा गया। इस बीच हाईटेक पुलिस और सर्विलांस का सिस्टम सड़क-गली मोहल्ले तक ही सीमित रहा। फरीदाबाद से 17घंटे का सफर विकास ने किसकी मदद से तय किया, यह एक बड़ा सवाल है। क्योंकि वह जब फरीदाबाद में देखा गया तो उसके पास कोई गाड़ी नहीं थी। दिल्ली, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और हरियाणा बॉर्डर पर सघन तलाशी भी हो रही थी। लेकिन सफर में क्या साधनों की चेकिंग नहीं की गई?

गिरफ्तारी कराने के लिए मंदिर को क्यों चुना?
कहा जा रहा है कि, विकास दुबे हर साल सावन माह में महाकालेश्वर जाता था। इसलिए वह वहां पहुंचा। लेकिन और चर्चा भी है कि, सावन माह होने के चलते महाकालेश्वर मंदिर में भारी भीड़ होती है। ऐसे में किसी अपराधी का सरेआम एनकाउंटर होना मुमकिन नहीं है। खुद को भीड़ में सेफ मानते हुए विकास दुबे ने सरेंडर कर दिया। जान बूझकर उसने गार्ड को अपनी पहचान बताई और खुद के नाम से पर्ची भी कटाई थी। जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया।

लखनऊ के 2 वकील हिरासत में लिए गए

विकास दुबे के सरेंडर करने के बाद लखनऊ के दो वकील हिरासत में लिए गए हैं।दोनों वकीलों से पुलिस पूछताछ कर रही है। दोनों वकील निजी गाड़ी से उज्जैन आए थे। दोनों वकीलों का विकास से कनेक्शन की जांच की जा रही है।



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यह तस्वीर उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर की है। गार्ड के साथ दाहिने चल रहा शख्स विकास दुबे है। उसे एमपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यूपी पुलिस एमपी रवाना हो गई है।


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