उत्तर प्रदेश में बलरामपुर के कोतवाली गैसड़ी क्षेत्र में हुई दरिंदगी की शिकार छात्रा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट अब सार्वजनिक हो गई है। रिपोर्ट के मुताबिक छात्रा से एक से अधिक लोगों ने रेप की घटना को अंजाम दिया है। रिपोर्ट से अब पीड़िता के मौत का कारण भी स्पष्ट हो गया है। रिपोर्ट के मुताबिक मृतका के शरीर पर 10 बाहरी चोट के निशान थे जिससे स्पस्ट है कि घटना के वक्त मृतका ने पुरजोर विरोध किया था।
मामले में जहां राजनीतिक व्यक्तियों का हस्तक्षेप शुरू हो गया है तो वहीं राज्य महिला आयोग ने भी मामले का संज्ञान लेकर कार्यवाही शुरू कर दी है। मामला कोतवाली गैसड़ी थाना क्षेत्र का है यहां बीते 29 सितम्बर को छात्रा बीकाम तृतीय वर्ष में एडमिशन कराकर दोपहर के समय अपने घर के लिए वापस आ रही थी। तभी उसके कॉलेज के पास कुछ मनचलों ने अपहृत कर दिया। अपहृत छात्रा को एक किराने की दुकान के पिछले हिस्से में बने कमरे में ले जाकर गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया।
इस दौरान आरोपियों ने छात्रा से मारपीट भी की, जिससे उसके लीवर और आंत में गम्भीर चोटें आई थी। आरोपियों ने उसे एक रिक्शे से उसके घर तक भी पहुंचाया था जिसके बाद पीड़िता की हालत बिगड़ गयी थी और तुलसीपुर अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते मे ही उसकी मौत हो गई थी। घटना के बाद से तमाम तरह की बाते चर्चा का विषय बनी रही। नाटकीय ढंग से हुई इस वारदात का खुलासा अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ है।
मृतका के शरीर पर मिले हैवानियत के निशान
रिपोर्ट के मुताबिक छात्रा की मौत लीवर और आंत में गम्भीर चोट लगने व अधिक रक्त श्राव होने के कारण हुई है। चोट के कारण पीड़ित छात्रा की आंत फट गई और अधिक खून जमा होने के कारण उसकी मौत हो गई। मृतका के शरीर पर हैवानियत के निशान भी मिले है। शव पर डॉक्टरों की जांच के दौरान कुल 10 बाहरी चोट मिली जिसका पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जिक्र भी किया गया है। जिसमे कुछ चोटें उसके गाल, कोहनी और कमर से निचले हिस्से व संवेदनशील अंगों पर थी। जानकार बताते हैं ऐसी चोट तब आती है जब कोई ऐसी घटनाओं में पुरजोर तरीके से विरोध करता है।
राज्य महिला आयोग ने डीएम और एसपी से मांगा जवाब
पुलिस ने इस जघन्य अपराध के मामले में 366, 376-डी, 302 व एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है और अब तक दो नामजद आरोपियों सहित 4 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है। जिसमे मृतका के हाथ में वीगो लगाने वाला कंपाउंडर व रिक्शा चालक शामिल है। वहीं मामले में राज्य महिला आयोग ने भी संज्ञान लेकर जिले के डीएम व एसपी से जवाब तलब किया है, घटना से जुड़े सभी तथ्यों को शामिल करते हुए रिपोर्ट फाइल करने की बात कही गई है।
एसपी देव रंजन वर्मा ने बताया कि पीड़ित परिजनों को न्याय दिलाने के लिए एएसपी अरविंद मिश्रा के नेतृत्व में सर्विलांस टीम, स्वाट टीम व तीन सर्किल के सीओ को लगाया गया है। 4 संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। जबकि अबतक 2 नामजद सहित 4 को जेल भेजा का चुका है।
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