उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित लड़की के साथ दुष्कर्म व उसकी मौत के बाद जबरन शव जलाए जाने की घटना को लेकर सियासत जारी है। गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस के चार सांसदों का एक प्रतिनिधि मंडल पीड़ित के परिवार से मिलने जा रहा था। लेकिन उन्हें पुलिस ने गांव में जाने नहीं दिया है। इस दौरान चारों सांसदों की पुलिस के साथ झड़प व नोकझोंक हुई। डेरेक ओ ब्रायन को पुलिस वालों ने धक्का देकर बाहर कर दिया।सांसदों ने कहा कि, पुलिस प्रशासन का तानाशाह रवैया कम नहीं हो रहा है। विपक्षी पार्टियों को हाथरस प्रशासन क्यों रोक रहा है। पीड़ित के परिजनों से मिलने के लिए आखिर ऐसी कौन सी वजह है? जो हाथरस का प्रशासन विपक्षी पार्टियों और मीडिया से छुपाने में जुटा है।
दरअसल, तृणमूल सांसद डेरेक ओ'ब्रायन, काकोली घोष दस्तीदार, प्रतिमा मोंडल और (पूर्व सांसद) ममता ठाकुर शुक्रवार को दिल्ली से हाथरस पहुंचा है। लेकिन गांव से 1.5 किमी दूर उन्हें पुलिस ने रोक दिया। सांसदों ने कहा कि हम शांति से हाथरस की ओर बढ़ रहे हैं। पीड़ित परिवार से अपनी सांत्वना देने जा रहे हैं। सभी प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है। लेकिन हमें रोका गया? ये कैसा जंगलराज है। हम पुलिस अधिकारियों को समझा रहे हैं कि ये दूरी पैदल तय की जा सकती है।
पांच जिलों में हाथरस घटना के खिलाफ प्रदर्शन, लखनऊ में लाठीचार्ज
हाथरस दुष्कर्म के खिलाफ उत्तर प्रदेश के कई शहरों में प्रदर्शन हुए हैं। हाथरस से लेकर लखनऊ, मुरादाबाद, अलीगढ़, वाराणसी, बागपत जिलों में इस वारदात के खिलाफ लोगों ने प्रदर्शन कियाा और योगी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। लखनऊ में सपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है।
हिंदू महासभा के कार्यकर्ता धरने पर बैठे
बुलगढ़ी गांव के बाहर हिंदू महासभा के लोगों ने हाथरस के जिला प्रशासन के रवैये के खिलाफ धरना शुरू कर दिया है। इस दौरान जमकर की नारेबाजी की गई। हिंदू महासभा के कार्यकर्ता पीड़ित परिवार से मिलने के लिए अड़े हैं। कहा है कि जब तक उन्हें परिवार से मिलने नहीं दिया जाएगा वे नहीं उठेंगे।
आरोपियों के पक्ष में स्वर्ण समाज धरने पर
युवती की मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद आप आरोपी परिवार को न्याय दिलाने के लिए स्वर्ण समाज के लोग बैठे धरने पर हैं। मौजूद लोगों का कहना है कि एसआईटी जांच निष्पक्ष रुप से हो। यदि हमारे बच्चे दोषी हैं तो उन्हें सजा जरूर दी जाए। निर्दोष न फंसे और दोषी बचने ना पाए।
कल राहुल-प्रियंका गांधी के साथ ग्रेटर नोएडा में हुई धक्का-मुक्की
गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल और प्रियंका गांधी गैंगरेप पीड़ित के परिवार से मिलने के लिए हाथरस नहीं जा सके। उत्तरप्रदेश पुलिस ने उन्हें ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर ही रोक दिया। जब वे नहीं माने तो दोपहर करीब 2.30 बजे उन्हें इकोटेक-1 थाना इलाके में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस दोनों को अपनी गाड़ी में बैठाकर जेवर के पास स्थित फॉर्मूला-1 गेस्ट हाउस ले गई। इसके बाद दोनों को शाम 6:30 बजे छोड़ा। यहां से वे दिल्ली लौट गए।
क्या है पूरा मामला?
हाथरस जिले के चंदपा इलाके के गांव में 14 सितंबर को 4 लोगों ने 19 साल की युवती से गैंगरेप किया था। आरोपियों ने युवती की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी और उसकी जीभ भी काट दी थी। दिल्ली में इलाज के दौरान पीड़ित की मौत हो गई। चारों आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं।
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