सुल्तानपुर. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को सीएम योगी पर तंज कसते हुए कहा कि हमारी लड़ाई सूबे के बाबा मुख्यमंत्री से है। जिन इंजीनियरों को पुल बनाने के काम में लगाया जाता है उन्हें सांड़ पकड़ने का जिम्मा दे दिया। यही नहीं जिन महिला शिक्षकों की जिम्मेदारी बच्चों को शिक्षा देने की है उन्हें दुल्हनों को सजाने संवारने का काम थमा दिया। अब सरकार के पास यही काम बचे रह गए हैं।
यहां मीडिया से बात करते हुए अखिलेश यादव, ''देखिए हमारी लड़ाई बाबा मुख्यमंत्री से है, पहले बाबा मुख्यमंत्री रास्ते से हटें। बाबा मुख्यमंत्री कितने अच्छे हैं, जो काम उनका है वो भी नहीं कर पा रहे हैं। गायों से किसानों को बचा ले रहे हैं? उत्तर प्रदेश में जिन इंजीनियरों को जल्दी पुल बनाने में लगाना था उन्हें सांडों को पकड़ने में लगा दिया है। टीचर्स को बहू तैयार करने में लगा दिया है।''सपा नेता ललई यादव के घर शोक संवेदना कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जाते समय सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सुल्तानपुर के बाईपास स्थित अल्फा इस्लामिया स्कूल पर रुके। यहां सपा नेता सलाउद्दीन के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया।
मोदी और योगी सरकार को लैपटॉप से प्रेम नहीं शौचालयों से है
अखिलेश ने मोदी सरकार और योगी सरकार पर एक साथ तंज कसते हुए कहा कि उन्हें लेपटाप से प्रेम नहीं है। उन्हें शौचालयों से प्रेम है। समाजवादियों के लेपटाप अभी भी चल रहे हैं और इनके शौचालय नहीं चल रहे हैं। 108 एंबुलेंस, 102 एंबुलेंस बर्बाद कर दी। हम ये जानना चाहते हैं के पुलिस में क्या बदलाव आ गया कि 100 नंबर से 112 कर दिया?
पूर्व सीएम ने कहा कि हमारे 100 नम्बर का टायर बदल देते लेकिन स्टीकर बदल दिया। सरकार ने डॉयल 100 को डॉयल 112 कर दिया।वहीं सीएए के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि केवल भारत में नहीं बल्कि दुनिया में जितनी प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी हैं, सबमें सीएए का विरोध चल रहा है। सरकार मुसलमानों के साथ भेदभाव कर रही है।
from Dainik Bhaskar
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