
गलवन घाटी में 15 जून को चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हुए थे। शहीदों में बिहार रेजीमेंट के नायक दीपक कुमार भी शामिल थे। गुरुवार की रात कुमार का पार्थिव शरीर विशेष विमान से प्रयागराज लाया गया। यहां मिलिट्री अस्पताल में सैन्य अफसरों और जवानों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद पार्थिव शरीर को विशेष विमान से लेकर उनके पैतृक गांव रीवा के लिए सैनिक रवाना हो गए।
दीपक की 8 महीने पहले शादी हुई थी
मध्यप्रदेश के रीवा के रहने वाले दीपक सिंह महज 21 साल के थे। 8 महीने पहले ही शादी हुई थी। गुरुवार को उनका पार्थिव शरीर चंड़ीगढ़ से विशेष विमान में रात बमरौली एयरपोर्ट लाया गया। यहां विमान चंडीगढ़ से पटना, रांची होते हुए प्रयागराज आया, कारण विमान में अन्य शहीदों के भी पार्थिव शरीर रखे गए थे। सेना ने विमान से शहीद दीपक का पार्थिव शरीर उतारकर मिलिट्री अस्पताल में रखा।

पुष्पचक्र अर्पित कर अफसरोंने किया नमन
शुक्रवार सुबह 21 राइफल की सलामी दी गई। मुख्यालय के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल आईएम लाम्बा ने गारद की सलामी के बीच पुष्पचक्र अर्पित किया। उसके बाद उनकी पार्थिव देह प्रयागराज से रीवा और फिर मनगवां इलाके के फरेहदा गांव ले जाया गया है। डिफेंस पीआरओ विंग कमांडर शैलेन्द्र पांडेय ने बताया कि सेना दीपक सिंह के बलिदान पर गर्व करती है।
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