प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राम मंदिर के भूमि पूजन से पहले अयोध्या के अधिष्ठात्रा हनुमान गढ़ी जाएंगे। जहां वे भगवान बजरंग बली से रामकाज की अनुमति लेंगे। कोरोना महामारी से बचाव के लिए जिला प्रशासन ने प्रधानमंत्री के आगमन से पहले हनुमान गढ़ी परिसर को सैनिटाइज कराया है। वहीं, रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास की दोबारा जांच में कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी को न तो माला पहनाई जाएगी, न ही वे आचमन करेंगे। रामलला को खुद पुष्प, अक्षत और रोली समर्पित करेंगे।
संक्रमण से मुक्त लोगों की लगी ड्यूटी
अयोध्या के जिलाधिकारी अनुज कुमार झा के मुताबिक, कोविड टेस्ट निगेटिव पाए गए लोगों की ही ड्यूटी लगाई गई है। वे लोग ही कार्यक्रम में जा सकेंगे जो टेस्ट में कोविड संक्रमण से मुक्त होंगे। इसके लिए व्यापक प्रबंध कर लिए गए हैं। हनुमान गढ़ी में दर्शन कार्यक्रम में शामिल होने वाले पुजारियों की कोरोना जांच करवा ली गई है। राम जन्म भूमि परिसर में तैनात फोर्स के जवानों और मंदिर के पुजारी की भी जांच हो चुकी है। सभी से कोरोना गाइडलाइंस का पालन करवाया जाएगा।
इतनी सुरक्षा में रामलला की पूजा करेंगे पीएम
राम लला के पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास की दो बार जांच रिपोर्ट निगेटिव आने पर मंगलवार को राम लला मंदिर में पूजा करवाने पहुंचे। उन्होंने बताया कि पीएम के कार्यक्रम का रिहर्सल हो चुका है। थाली में आरती, प्रसाद, फूल अक्षत चंदन आदि रखकर सामने रख दिया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी को पुजारी माला नहीं पहनाएंगे, साथ ही आचमन भी नहीं करेंगे। मोदी रामलला के दर्शन कर खुद पुष्प वगैरह राम लला को अर्पित करेंगे। उसके बाद भूमिपूजन और अन्य कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आगे बढ़ जाएंगे। सत्येंद्र दास कहते हैं कि 28 साल से राम लला की पूजा कर रहे हैं। बुधवार को मंदिर निर्माण के समय प्रधानमंत्री को रामलला की पूजा करवा खुद को धन्य मानते हैं।
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