अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद आगरा के रहने वाले एक युवक ने उनसे प्रेरणा लेकर चांद पर जमीन खरीद ली है। उनका कहना है कि यह जमीन उन्होंने अपने परिवार के भविष्य के लिए खरीदी है। युवक ने बताया कि चांद पर जमीन के लिए उन्हें डॉलर में पेमेंट करना पड़ा। लगभग 55 हजार रुपये में उन्हें चांद पर जमीन मिल गई। इस दौरान जो डाक्यूमेंट्स और अन्य प्रोसेस थे वो काफी जटिल थे। तीन माह के बाद आखिरकार चंद पर उनकी जमीन हो गई।
जानकारी के अनुसार आगरा के थाना सदर अंतर्गत बुंदु कटरा क्षेत्र निवासी गौरव गुप्ता ने होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई की है। पिछले छह सालों में वह दुबई समेत चार देशों में नौकरी कर चुके हैं। कोरोना संक्रमण के चलते हुए लॉकडाउन के बाद एक फाइव स्टार होटल में मैनेजर की नौकरी छोड़कर वह अपने घर वापस लौट आए।
सुशांत के बड़े फैन हैं गौरव गुप्ता
गौरव गुप्ता ने बताया कि वह सुशांत सिंह राजपूत के बहुत बड़े फैन हैं। उन्होंने उनकी हर आदत और स्टाइल पर नजर रखी है और उनकी हर फिल्म कई-कई बार देखी है। सुशांत सिंह राजपूत की असमय मौत से उन्हें काफी दुख पहुंचा था। उन्हें सुशांत राजपूत द्वारा चांद पर जमीन खरीदने की जानकारी मिली थी। इसके बाद जब उन्होंने इंटरनेट पर चेक किया तो बिहार और हैदराबाद के दो लोगों के अलावा शाहरुख खान की एक ऑस्ट्रेलिया निवासी फैन द्वारा भी चांद पर जमीन खरीदने की जानकारी हुई।
55 हजार रुपये में मिली चांद पर जमीन
जब उन्होंने देखा कि आज तक यूपी में किसी ने चांद पर जमीन नहीं खरीदी तो उन्होंने चांद पर जमीन खरीदने का विचार बना लिया। यूएस की संस्था लुनार के पास चांद पर जमीन बेचने के राइट्स हैं। उन्होंने संस्था से संपर्क किया और तीन माह की मेहनत के बाद उन्हें चांद पर जमीन के कागजात मिल गए।
तीन महीने में सारे दस्तावेज जमा कर खरीदी जमीन
गौरव ने बताया कि बिहार और हैदराबाद के दो लोगों के अलावा शाहरुख खान की एक ऑस्ट्रेलिया निवासी फैन द्वारा चांद पर जमीन खरीदने की जानकारी हुई।जब उन्होंने देखा कि आजतक यूपी में किसी ने चांद पर जमीन नहीं खरीदी तो उन्होंने चांद पर जमीन खरीदने का विचार बना लिया। यूएस की संस्था लुनार के पास चनद पर जमीन बेचने के राइट्स हैं। उन्होंने संस्था से संपर्क किया और तीन माह की मेहनत के बाद उनके सारे डाक्यूमेंट्स सम्मिट हो पाए और उन्हें चांद पर जमीन के कागजात मिल पाए।
गौरव ने बताया कि भविष्य किसी ने नहीं देखा है और यह जमीन पर हो सकता है वो जा भी न पाएं पर भविष्य में अगर चनद पर घर बनाने का मौका आया तो सबसे पहले उन्हें मौका मिलेगा,जिनकी चांद पर जमीन है।अभी भले ही वो कुंवारे हैं।परिवार में माता पिता और बहन हैं पर भविष्य में उनके बच्चे चांद पर जा सकेंगे।
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